नर्मदा परिक्रमा: जब रास्ता भटके और अंधेरे में एक आवाज सुनाई दी ‘नर्मदे हर’

जल्द ही हमें कुछ आवाज़ें सुनाई दीं जो हमें वापस दूसरी तरफ जाने के लिए कह रही थीं. हमें समझ नहीं आ रहा था कि असल में कौन क्या कहना चाहता था.