क्या नर्मदा मैया कोई संकेत दे रही थीं?

मैं इसके लिए पहले से ही तैयार था. मैं पूरे दिन उसके बारे मे सोचता रहा. उसी की वजह से हम आज इस यात्रा पर थे.

‘ऐसा लगा जैसे अपनी बिछड़ी प्रेमिका से मिलने जा रहा हूं’

मैं सोच रहा हूं कि लोग कभी-कभी अपनी इच्छाओं की पूर्ति चक्कर में दूसरों की निजता तक को भूल जाते हैं.

‘इस यात्रा में हमने जो चाहा हमारी हर इच्छा पूरी हुई’

हमारी हर इच्छा मांगने के साथ ही पूरी होती गयी. मैंने यह बात जब लोगों को बतायी तो वे मुस्कुराते हुये बोले – “आगे-आगे देखो होता है क्या?”

ट्रिप यादगार बनाने के लिए बहुत काम के हैं ये 5 टिप्स

बैकपैकिंग ट्रिप्स हमेशा मजेदार होती हैं, खासकर तब जब आपके पास ‘बोझ’ ज्यादा ना हो!

अकेले घूमने निकली लड़की के घुमंतू किस्से

एक दिन इस लड़की ने उठाया बैग और निकल पड़ी कुछ अनजान रास्तों से दोस्ती करने, कुछ अनजान लोगों को जानने…

यहां दिखते हैं ज़िंदगी के असली रंग

ज़िंदगी के असली रंग घुमक्कड़ी की उन पगडंडियों पर दिखते हैं जहां हम भटक रहे होते हैं ...

नर्मदा परिक्रमा: ”यहां हमें भगवान की तरह ट्रीट किया गया”

मुझे लगा था कि सांप वाली कहानी आज के लिए पर्याप्त होगी. लेकिन कुछ और कहानियां अभी बाकी थीं.

नर्मदा परिक्रमा: एक मज़ाकिया, दिलचस्प और प्यारे संन्यासी का साथ

हर कोई हैरान है कि इतनी कम उम्र में हम ऐसे सफ़र कर रहे हैं वो भी एक विदेशी लड़की के साथ…

नर्मदा परिक्रमा: जुनून और रोमांच से भरा सफ़र ‘प्रोजेक्ट गो नेटिव’ के साथ

”सभी के पास आंखें हैं लेकिन कुछ की अपग्रेडेड हैं. उनकी आंखों में स्कैनर लगे हैं और जैसे ही कोई महिला देखते हैं वो इसे एक्टिवेट कर लेते हैं.”