अरुणाचल की कहानियाँ- 6: अनीनी, इदु मिश्मि और उनका स्लेव कल्चर

अजनबीयत और परायेपन की दीवार ढाहने में नार्थ-ईस्ट की लड़कियों का कोई सानी नहीं। चूल्हे के ठीक ऊपर सामान रखने की जगह पर बाँस के दो टुकड़े पड़े थे। मुझे नहीं पता था कि एक में जंगली चूहा और दूसरे में गिलहरी को पकाकर रखा गया है। मेरी होस्ट बबया की बहन ने मुझसे चुहलबाजी…… Continue reading अरुणाचल की कहानियाँ- 6: अनीनी, इदु मिश्मि और उनका स्लेव कल्चर

अमरकंटक: मध्य प्रदेश के दिल में बसी ऐसी जगह जिससे कभी मन नहीं भरता.

मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में मैकल पहाड़ो में बसा अमरकंटक. जहाँ आकर मन, मस्तिष्क और आत्मा प्रफुल्लित हो जाते हैं. इस जगह के सान्निध्य मात्र से मानसिक तनाव और शारीरिक थकान दूर हो जाती है.
महाकवि कालिदास ने “मेघदूत” में इस जगह में रुकने के लिए कहा है. इसलिए आपको इस रमणीय स्थल पर कुछ दिन जरूर गुजारने चाहिए.

अरुणाचल की कहानियाँ- 1: वो घर जो रेलगाड़ी के डिब्बे जैसा था

नागालैंड के बाद मैंने अरुणाचल की यात्रा भी इसी नोट पर शुरू की थी कि ग्रामीण और अलग-अलग क़बीले के जीवन को पास से देखना है.

लैंसडाउन के रास्ते पर इतनी ख़ास क्यों है ये आम सी जगह?

दिल्ली और आस-पास से वीकेंड के लिए निकलने की यह एक बढ़िया और आरामदेह जगह है.

अलवर, भानगढ़ और सरिस्का की सैर… आओ कभी हवेली पर

भानगढ़ किला, हां वही राजस्थान का भानगढ़ जिसके भूतिया होने की कहानी प्रचलित है और जहां सूर्यास्त के बाद अंदर जाना मना है.  

क्या नर्मदा मैया कोई संकेत दे रही थीं?

मैं इसके लिए पहले से ही तैयार था. मैं पूरे दिन उसके बारे मे सोचता रहा. उसी की वजह से हम आज इस यात्रा पर थे.

North East Diary-2: माजुली: भारत में एक खूबसूरत रिवर आइलैंड

सुबह-सुबह पक्षियों की हल्की आवाज़ और उगता सूरज. ऐसा लगा जैसे कितने सालों से बस इसी की ख्वाहिश थी. हल्की ठंड में काफ़ी देर तक कॉटेज के बाहर…

North East Diary-1: भूटान की एक झलक

ये मेरी पहली विदेश यात्रा थी जहां बिना वीजा पासपोर्ट के जाना था. पासपोर्ट में घुन लग गया, या शायद दीमक खा गए, काहे कि उस पे आजतक एयरपोर्ट पे कोई ठप्पा नहीं लग पाया.

घुमंतू लड़की-4: ये अनुभव मैं ज़िंदगी भर नहीं भूल पाऊंगी

आज की रात इस खूबसूरत से गांव में गुजारनी थी. चाँद की रोशनी में. जंगल की आवाज़ रात भर अपने होने का एहसास कराती रही.

अगर आप सुकून की तलाश में हैं तो ये जगह बिल्कुल सही है

यहां की शांति और खूबसूरती के बीच रेत पर पड़ती सूरज की किरणें यह बताती हैं कि प्रकृति कितनी खूबसूरत है.

‘ऐसा लगा जैसे अपनी बिछड़ी प्रेमिका से मिलने जा रहा हूं’

मैं सोच रहा हूं कि लोग कभी-कभी अपनी इच्छाओं की पूर्ति चक्कर में दूसरों की निजता तक को भूल जाते हैं.

‘इस यात्रा में हमने जो चाहा हमारी हर इच्छा पूरी हुई’

हमारी हर इच्छा मांगने के साथ ही पूरी होती गयी. मैंने यह बात जब लोगों को बतायी तो वे मुस्कुराते हुये बोले – “आगे-आगे देखो होता है क्या?”